Local Time
Loading...
Local Date
Loading date...

Category: Social News

hmpv

HMPV वायरस को लेकर 7 दिन के अंदर तैयार ऊधम सिंह नगर, जानें स्वास्थ्य विभाग का प्लान

ऊधम सिंह नगर में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के आदेश के बाद तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले के डॉक्टरों और सभी अस्पतालों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। “ऊधम सिंह नगर में HMPV वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई सतर्कता” दुनिया भर में फैल रहे श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी Human Metapneumovirus (एचएमपीवी) को लेकर ऊधम सिंह नगर में स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी महानिदेशक के आदेश के बाद जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा दवाइयों, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती भी सुनिश्चित की जा रही है। दक्षिण भारत में चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की प्रभारी महानिदेशक सुनीता टम्टा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश के बाद, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजेश आर्या ने जिले के सभी उप जिला अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। देश में अब तक एHMPV के 7 मामले आए सामने। उत्तराखंड में अभी तक किसी भी मरीज में इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि Human Metapneumovirus (HMPV) एक श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जो दुनियाभर में फैल रही है। यह बीमारी सर्दी-जुकाम और flu जैसी ही लगती है और खासतौर पर सर्दियों के मौसम में इसके लक्षण ज्यादा दिखाई देते हैं। हालांकि, उत्तराखंड में अभी तक किसी भी मरीज में इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। सर्दियों के मौसम में Seasonal flu, जैसे H1N1, H3N2, और Influenza-like Illness (ILI) के साथ Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए सतर्कता जरूरी है। HMPV सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों के साथ सामने आता है। HMPV भी आम सर्दी–जुकाम की तरह ही लक्षण दिखाता है और यह आमतौर पर 3 से 5 दिनों में खुद ही ठीक हो जाता है। एहतियात के तौर पर, सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इंफ्लूएंजा या निमोनिया से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखें। इसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयां और पर्याप्त डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ शामिल हैं। जिला स्तर पर डॉक्टरों की विशेष बैठक आयोजित की जाएगी। समुदाय स्तर पर ऐसे रोगियों की गहरी निगरानी की जाएगी। इन रोगियों का विवरण आइडीएसपी के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (IHIP) पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। ऐसे रोगियों की जांच, इलाज और नियंत्रण के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएंगे। रैपिड रिस्पांस टीम भी इन्फ्लूएंजा या निमोनिया जैसी बीमारियों से जुड़ी किसी भी असामान्य स्थिति पर नजर रखेगी। इन बीमारियों से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि HMPV वायरस फैलने नहीं पाएगा और इसके लिए अलर्ट मोड पर पूरी तैयारी की गई है। जिले स्तर पर डॉक्टरों की एक बैठक भी आयोजित की जाएगी। READ MORE

Read More
खालिस्तानी आतंकियों

3 खालिस्तानी आतंकियों की यूपी में खैर नहीं, पुलिस ने मुठभेड़ में किया सफाया!

पंजाब पुलिस पर हमला करने वाले तीन खालिस्तानी आतंकी यूपी में मुठभेड़ में ढेर खालिस्तानी आतंकियों: पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमला करने वाले तीन खालिस्तानी आतंकियों को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। शनिवार रात थाना पूरनपुर क्षेत्र में पंजाब और यूपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान यह एनकाउंटर हुआ।   खालिस्तानी आतंकियों कैसे हुई मुठभेड़? पंजाब पुलिस को जानकारी मिली थी कि तीन खालिस्तानी आतंकी, जो गुरदासपुर पुलिस चौकी पर ग्रेनेड हमले में शामिल थे, यूपी के पीलीभीत में छिपे हुए हैं। इस सूचना पर यूपी पुलिस को सतर्क किया गया। जांच के दौरान पूरनपुर थाना क्षेत्र में एक संदिग्ध बाइक पर तीन युवक दिखाई दिए। पुलिस ने उनका पीछा किया, लेकिन खालिस्तानी आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकी गंभीर रूप से घायल हो गए।   अस्पताल में हुई मौत घायल आतंकियों को तुरंत पूरनपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृत आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह और जसप्रीत सिंह के रूप में हुई। खालिस्तानी आतंकियों आतंकियों से क्या बरामद हुआ? पुलिस ने आतंकियों के पास से एके सीरीज की दो राइफलें और कई ग्लॉक पिस्तौल बरामद की हैं। पंजाब पुलिस ने पुष्टि की कि ये तीनों खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के पाकिस्तान समर्थित मॉड्यूल का हिस्सा थे।   पंजाब में पुलिस चौकियों को बना रहे थे निशाना पंजाब पुलिस ने बताया कि ये आतंकी पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस चौकियों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। हाल के दिनों में पंजाब में कई पुलिस चौकियों पर ग्रेनेड हमले हुए हैं। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि खालिस्तानी आतंकी नए तरीकों से पुलिस थानों को निशाना बना रहे हैं।   खालिस्तानी आतंकियों आतंकियों का नया तरीका: डेड ड्रॉप मॉडल NIA की रिपोर्ट के मुताबिक, ये आतंकी डेड ड्रॉप मॉडल का इस्तेमाल कर रहे थे। इस मॉडल में जानकारी को डिजिटल चिप, पेन ड्राइव या मेमोरी कार्ड के जरिए भेजा जाता है, जिससे हमला करने की जगह और समय की जानकारी दी जाती है।   युवाओं को फंसा रहे आतंकी ये आतंकी संगठन युवाओं को विदेश बुलाने और पैसे का लालच देकर अपने साथ जोड़ रहे हैं। उनकी कोशिश होती है कि इन्हें अपने खतरनाक मंसूबों में इस्तेमाल किया जाए।   खालिस्तानी आतंकियों एक महीने में कई हमले   23-24 नवंबर: अजनाला थाने के बाहर आईईडी प्लांट किया गया। गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका गया। 4 दिसंबर: अमृतसर के मजीठा थाने पर ग्रेनेड हमला। 28 नवंबर: गुरबख्श नगर की पुलिस चौकी पर ब्लास्ट। क्या कहा पंजाब के डीजीपी ने? पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने कहा, “यह आतंकी मॉड्यूल पंजाब में पुलिस प्रतिष्ठानों पर हमलों में शामिल था। तीनों आतंकियों को खत्म कर दिया गया है, लेकिन जांच जारी है। पूरे मॉड्यूल का खुलासा किया जाएगा।” क्या है आगे की योजना? इस घटना के बाद पंजाब और यूपी पुलिस आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए मिलकर काम कर रही है। एनआईए भी पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है।  READ MORE

Read More

PM Modi in Kuwait: भारतीय श्रमिकों से की खास मुलाकात, 5 बड़ी बातें जो बनाईं इस मुलाकात को खास

कुवैत में पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा: भारतीय श्रमिकों से मुलाकात की 5 खास बातें PM Modi in Kuwait: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारतीय श्रमिकों के साथ मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और उनके साथ नाश्ता भी किया। यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत करने का महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। PM Modi in Kuwait श्रमिकों के बीच पीएम मोदी की गर्मजोशी भरी मुलाकात प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत में अपने पहले कार्यक्रम के तहत मीना अब्दुल्ला इलाके स्थित एक श्रमिक शिविर का दौरा किया, जहां लगभग 1,500 भारतीय कामगार मौजूद थे। उन्होंने श्रमिकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की। PM Modi in Kuwait MEET WITHI NDIAN 5 बड़ी बातें जो बनाई इस मुलाकात को खास 43 साल बाद भारतीय पीएम का दौरा  प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “43 वर्षों बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री कुवैत आया है।”  उन्होंने कहा, “सबसे पहले मैं अपने भाई-बहनों से मिलने आया हूं। आप मेहनत कर अपने परिवार को खुशी दे रहे हैं, और मैं भी अपने 140 करोड़ भारतीयों के परिवार के लिए मेहनत करता हूं।” इंटरनेट डेटा की सस्ती सुविधा प्रधानमंत्री ने भारतीय श्रमिकों को बताया कि भारत में सबसे सस्ते डेटा की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आप आसानी से वीडियो कॉल के जरिए अपने परिवार से जुड़ सकते हैं। यह सुविधा आपको घर से दूर रहकर भी अपने परिवार के करीब महसूस कराती है। मिनी हिंदुस्तान का एहसासपीएम मोदी ने श्रमिकों से कहा, “आप भारत के अलग-अलग राज्यों से आए हैं, लेकिन यहां एक मिनी हिंदुस्तान नजर आता है। उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम, सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व यहां दिखता है।”नाश्ता और सवाल-जवाब के बाद.श्रमिकों ने सवाल किए, जिनका उन्होंने गर्मजोशी से जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मैं आपके बीच बैठकर एक अपनापन महसूस कर रहा हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं आप सभी से सीधे मिल पाया।” PM Modi in Kuwait कुवैत भारत के संबंधों को नई दिशा प्रधानमंत्री की यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों को मजबूत करना है। व्यापार, ऊर्जा, और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित होंगे पीएम मोदी प्रधानमंत्री को उनकी कुवैत यात्रा के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। यह यात्रा भारत और कुवैत के बीच परंपरागत दोस्ती को और गहरा करने का प्रयास है। PM Modi in Kuwait भारतीय समुदाय के लिए विशेष संदेशपीएम मोदी ने कहा, “कुवैत में भारतीय समुदाय की बड़ी उपस्थिति हमारे लिए गर्व की बात है। आप सबने यहां अपनी मेहनत से भारत का नाम रोशन किया है। भारत हमेशा आपके साथ खड़ा रहेगा READ MORE 

Read More

Kanpur News : हनीमून से लौटे मैनेजर की बेड पर संदिग्ध हालात में मिली लाश, 12 दिन पहले पत्नी को मायके छोड़ा था

Kanpur News: शादी के 12 दिन बाद युवक की रहस्यमय मौत, बेड पर मिला शव Kanpur News: कानपुर के चकेरी क्षेत्र के अहिरवां इलाके में एक चौंकाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। 12 दिन पहले शादी के बंधन में बंधे आकाश सिंह (32) की शनिवार को अनजाने परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। उनका शव घर में बिस्तर पर बेहोश अवस्था में पाया गया। KANPUR NEWS 9 दिसंबर को हुई थी शादी आकाश सिंह एक निजी कंपनी में प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। उनके माता-पिता का पहले ही निधन हो चुका है, और उनका बड़ा भाई अतुल ऑस्ट्रेलिया में काम करता है। 9 दिसंबर को उनकी शादी लखनऊ निवासी सोनाली से हुई थी। शादी के उपरांत, दोनों हनीमून के लिए गोवा गए थे। शुक्रवार रात, आकाश ने सोनाली को लखनऊ में उसके मायके छोड़कर अकेले कानपुर लौटने का निर्णय लिया था। कानपुर न्यूज दोस्त ने पाया बेहोश शनिवार को आकाश का एक मित्र उनसे मिलने के लिए घर आया। जब उसने दरवाजा खोला, तो आकाश बेड पर बेहोश पड़े थे। मित्र ने तुरत ही परिवार को सूचित किया और आकाश को कांशीराम अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद होगा कारण स्पष्ट घटना की जानकारी मिलते ही चकेरी थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक या किसी बीमारी से मौत का शक जताया जा रहा है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारण का पता चल पाएगा। READ MORE  

Read More
Earthquake in Uttarakhand

Earthquake in Uttarakhand पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके: 4.8 की तीव्रता से कांपी धरती

Earthquake in Uttarakhand: बागेश्वर में सुबह धरती कांपी, लोग घरों से बाहर निकले, नेपाल बना केंद्र Earthquake in Uttarakhand: शनिवार की सुबह उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में भूकंप के झटकों ने लोगों में हलचल पैदा कर दी। जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे, तभी अचानक तेज झटके महसूस किए गए। धरती करीब 15 सेकंड तक कांपती रही, जिससे लोग घबरा कर अपने घरों से बाहर निकल आए। Earthquake in Uttarakhand भूकंप की तीव्रता और केन्द्र भूकंप की तीव्रता 4.8 रिक्टर स्केल पर मापी गई है, और इसका केन्द्र नेपाल की ओर बताया गया है। इसके अलावा, आसपास के इलाकों, जैसे चंपावत में भी हल्के झटके महसूस किए गए हैं। नुकसान की कोई सूचना जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर ने बताया कि भूकंप के परिणामस्वरूप अब तक किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई है। हालात सामान्य हैं, किंतु लोगों में एक हल्का सा डर जरूर व्याप्त है। इस भूकंप ने नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता का अहसास कराया है। अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए वे जिला प्रशासन से संपर्क करें। देवभूमि में भूकंप का झटका लोगों के लिए एक डरावना अनुभव था, लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक किसी प्रकार का गंभीर नुकसान नहीं हुआ है। अपडेट के लिए बने रहिए…  

Read More
One Nation One Election

One Nation One Election’ Bill : लोकसभा सांसदों की गैरहाजिरी पर BJP भेजेगी नोटिस

संसद में बीजेपी के 20 से ज्यादा सांसद गैरहाजिर, पार्टी भेजेगी नोटिस One Nation One Election’ Bill: मंगलवार को ‘One Nation One election‘ से संबंधित संविधान संशोधन विधेयक (129वां संशोधन) और यूनियन टेरिटरी लॉ (संशोधन) विधेयक, 2024 को पेश किया गया। इस दौरान कुल 461 वोट डाले गए, जिनमें से 269 सांसदों ने बिल के पक्ष में वोट दिया, जबकि 198 सांसदों ने विरोध किया। बिल पेश करने के लिए साधारण बहुमत ही पर्याप्त था, लेकिन संविधान संशोधन को पास करने के लिए दो-तिहाई बहुमत (307 सांसदों का समर्थन) आवश्यक होगा। One Nation One Election BJP सांसदों की गैरमौजूदगी पर नोटिस भाजपा ने अपने लोकसभा सांसदों को पहले ही तीन-पंक्ति का व्हिप जारी कर संसद में अनिवार्य उपस्थिति के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद 20 से अधिक भाजपा सांसद इस महत्वपूर्ण सत्र में अनुपस्थित रहे। पार्टी ने अब इन सांसदों को कारण बताओ नोटिस भेजने का फैसला किया है। हालांकि, कुछ केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों ने पहले से तय आधिकारिक कार्यक्रमों का हवाला देकर अपनी अनुपस्थिति की जानकारी दी थी गैरहाजिर सांसदों के नाम हेमा मालिनी वरुण गांधी अर्जुन मेघवाल साक्षी महाराज निशिकांत दुबे One Nation One election विपक्ष ने उठाए सवाल कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस वोटिंग के बाद कहा कि सरकार के पास संविधान संशोधन को पास करने के लिए आवश्यक दो-तिहाई बहुमत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि सरकार के भीतर भी इस बिल को लेकर पर्याप्त समर्थन नहीं है रामनाथ कोविंद कमेटी की सिफारिशें  इस प्रस्ताव की नींव पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय कमेटी A Joint Parliamentary Committee (JPC)ने रखी थी। कमेटी ने सुझाव दिया था कि राष्ट्रीय और राज्य चुनावों को पहले चरण में साथ कराने के बाद स्थानीय निकाय चुनावों को 100 दिनों के भीतर सिमुलटेनियस पोल्स के साथ जोड़ा जाए अभी क्या है स्थिति? अगर यह बिल संसद में पास हो जाता है तो भी इसके कार्यान्वयन का स्पष्ट टाइमलाइन तय नहीं है। इसके लिए कानून में कई बड़े बदलाव और नई प्रक्रियाओं को लागू करना होगा। READ MORE

Read More
one nation one election

One Nation One Election’ बिल आज संसद में होंगे पेश! कांग्रेस और शिवसेना ने सभी लोकसभा सांसदों को उपस्थित रहने का दिया आदेश!

One Nation One Election’ पर आज संसद में चर्चा, Congress और Shiv Sena ने जारी किया व्हिप One Nation One Election: आज संसद में देश की राजनीति का एक नया अध्याय लिखा जा सकता है। केंद्र सरकार One Nation One Election को लेकर 129वें संविधान संशोधन बिल, 2024 पेश करने जा रही है। इस बिल का मकसद लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराना है। यह बदलाव भारतीय चुनावी व्यवस्था में बड़ा सुधार माना जा रहा है। इस ऐतिहासिक बिल को पेश करने के लिए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल आज लोकसभा में प्रस्ताव रखेंगे। संभावना है कि यह बिल संसद की सांयुक्त संसदीय समिति (Joint Parliamentary Committee) को सौंपा जाएगा, ताकि इस पर विस्तृत चर्चा हो सके। One Nation One Election कांग्रेस और शिवसेना ने जारी किया व्हिप इस बड़े घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस और शिवसेना ने अपने-अपने सांसदों को लोकसभा में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। कांग्रेस ने अपने सांसदों को तीन-लाइन का व्हिप जारी कर कहा है कि वे “crucial proceedings” के लिए सदन में अनिवार्य रूप से मौजूद रहें। इसके साथ ही कांग्रेस सांसदों की एक बैठक आज सुबह 10:30 बजे संसद भवन स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित होगी, जिसमें दिनभर की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। लोकसभा के मुख्य सचेतक शिवसेना की ओर से श्रीरंग बारणे ने भी सांसदों को एक निर्देश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आज सदन में “अत्यंत महत्वपूर्ण विधायी कार्य” पर चर्चा होगी, और सभी सांसदों की उपस्थिति अनिवार्य है। शिवसेना, जो महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में BJP की सहयोगी है, ने इस बिल के प्रति सकारात्मक रुख दिखाया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे One Nation One Election’ में आखिर क्यों खास ? यह बिल लोकसभा के चुनावों को राज्यों की विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के साथ करने का प्रस्ताव करता है। सरकार का मत यही है कि इससे चुनाव खर्च कम होगा और इसी तरह के होने वाले दूसरे चुनाव इस प्रशासनिक कार्य को भंग करने नहीं देगा। यह बिल विधानसभा के चुनावों को राज्य विधानसभाएं और लोकसभा के चुनावों के साथ जोड़ते हुए जम्मू-कश्मीर, पुडुचेरी और दिल्ली जैसे केंद्र शासित प्रदेशों के चुनावों का भी समावेश करता है। कौन है इस बिल के पीछे का असली मास्टरमाइंड ? इस बिल का ड्राफ्ट एक उच्चस्तरीय कमिटी ने बनाया है जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की है। यह कमिटी 2023 में बनाई गई थी जिसमें चुनावी सुधारों पर विचार किया गया। समिति की रिपोर्ट के मुताबिक, 47 राजनीतिक दलों ने अपनी राय दी थी। इनमें से 32 दलों ने इस बदलाव का समर्थन किया, जबकि 15 दल इसके खिलाफ थे आगे की प्रक्रिया क्या होगी? बिल पेश होने के बाद इसे Joint Parliamentary Committee को सौंपा जाएगा। समिति में सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि होंगे, और उनकी संख्या संसद में उनके दल की सीटों के आधार पर तय होगी। बीजेपी, जो सबसे बड़ी पार्टी है, समिति की अध्यक्षता करेगी। युवाओं के लिए क्यों है ये मुद्दा महत्वपूर्ण? One Nation One Election का मकसद चुनावी प्रक्रिया को आसान बनाने की बात नहीं है, बल्कि विकास कार्यों में तेजी लाना और प्रशासनिक स्थिरता को बढ़ावा देना है। बार-बार चुनाव होने से जो धन और समय बर्बाद होता है, उसे बचाया जा सकेगा। यह बदलाव भारत के युवाओं को एक मजबूत और स्थिर लोकतंत्र देने का वादा करता है। Today’s Decision Will Be What?इस बिल पर चर्चा के लिए आज पूरा देश संसद की ओर देख रहा है। यह बिल सिर्फ चुनावी सुधार नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की दिशा और दशा तय करने वाला कदम हो सकता है। अब देखना यह है कि सभी दल किस तरह इस ऐतिहासिक कदम पर अपनी राय रखते हैं। क्या आप इस बदलाव का समर्थन करते हैं? अपनी राय हमें जरूर बताएं READ MORE

Read More
Lal Krishna Advani

95 वर्षीय बीजेपी नेता Lal Krishna Advani तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती!

Lal Krishna Advani की तबीयत खराब, दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती Lal Krishna Advani Health Update: BJP के वरिष्ठ नेता और 98 वर्षीय Lal Krishna Advani की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है। उन्हें Delhi’s Apollo Hospital में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। आडवाणी का इलाज Neurology Department के सीनियर कंसल्टेंट Dr. Vineet Suri की देखरेख में हो रहा है। फिलहाल उनकी हालत Stable है और वह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। Lal Krishna Advani लालकृष्ण आडवाणी और मध्य प्रदेश का खास नाता Lal Krishna Advani का मध्य प्रदेश से गहरा संबंध रहा है। वे हमेशा इच्छा जताते रहे हैं कि वे बिहार से लोकसभा चुनाव लड़ें। हालांकि, 2014 में BJP Central Election Committee ने उन्हें गुजरात के Gandhinagar से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया।काफी चर्चा हुई थी भोपाल से चुनाव लड़ने की उनकी ख्वाहिश के चलते। लेकिन अंत में, उन्होंने Gandhinagar से चुनाव लड़ा और शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने उस चुनाव में 773,539 Votes हासिल किए और 68.12% Vote Share के साथ कांग्रेस उम्मीदवार को 290,418 Votes से हराया। 98 साल के आडवाणी को मिला भारत रत्न 8 November 1927 को Pakistan के Karachi में जन्मे लालकृष्ण आडवाणी ने इसी साल अपना 98th Birthday मनाया। इस खास मौके पर उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘Bharat Ratna’ से भी सम्मानित किया गया। अगस्त में भी बिगड़ी थी तबीयत अगर आप Madhya Pradesh Latest Updates और Breaking News in Hindi सबसे पहले पाना चाहते हैं, तो हमारे साथ जुड़े रहें। Patrikalaya पर पढ़ें MP News, Lal Krishna Advani Updates, और BJP Leader Health News। यहां आपको मिलेगी हर पल की सटीक जानकारी।

Read More

SSC Constable GD Exam 2024 जानिए रिजल्ट देखने की Direct Link!

SSC Constable GD 2024 फाइनल रिजल्ट: SSC Constable GD Exam 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी हो चूका है। जो उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे अब अपना स्कोर SSC की आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं। SSC Constable GD Exam 2024 SSC GD 2024 के रिजल्ट किस भर्ती के लिए रिजल्ट जारी हुआ है? इस भर्ती में BSF (Border Security Force), CISF (Central Industrial Security Force), CRPF (Central Reserve Police Force), SSB (Sashastra Seema Bal), ITBP (Indo-Tibetan Border Police), AR (Assam Rifles) और SSF (Secretariat Security Force) जैसे बड़े विभाग शामिल हैं जिन के लिए रिजल्ट की घोसण हो चुकी । इस बार कुल 46,617 पदों पर भर्तियां की जा रही हैं, जो इस प्रकार है BSF: 12,076 पद CISF: 13,632 पद CRPF: 9,410 पद SSB: 1,926 पद ITBP: 6,287 पद AR: 2,990 पद SSF: 296 पद रिजल्ट और भर्ती से जुडी अन्य महत्वपूर्ण बातें इस भर्ती के लिए कोई रिज़र्व लिस्ट या वेटिंग लिस्ट तैयार नहीं की गई है। जो भी पद खाली रहेंगे या जिन्हें जॉइन नहीं किया जाएगा, उन्हें अगले साल की भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। चयनित और गैर-चयनित उम्मीदवारों के विस्तृत अंक (Detailed Marks) जल्द ही आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। कोर्ट से संबंधित जानकारीकोर्ट के आदेशों के कारण 17 पद रिज़र्व रखे गए हैं। 845 उम्मीदवारों का रिजल्ट कोर्ट केस/संदिग्ध गतिविधियों के कारण रोक दिया गया है। SSC Constable GD Exam 2024, 20 फरवरी से 7 मार्च 2024 तक आयोजित की गई थी। इसके अतिरिक्त, एक अतिरिक्त सत्र 30 मार्च को भी हुआ था। जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा में पास हुए थे, उन्हें PST/PET (फिजिकल टेस्ट) के लिए बुलाया गया था। SSC Constable GD Exam 2024 रिजल्ट कैसे चेक करें? रिजल्ट देखने के लिए ये स्टेप्स फॉलो करे SSC की वेबसाइट पर जाएं – ssc.gov.in लॉगिन करें  अपना यूज़रनेम और पासवर्ड डालें। रिजल्ट देखें – रिजल्ट डाउनलोड करें और सेव कर लें। READ MORE 

Read More

Atul Subhash Death अतुल सुभाष की मौत का सच! पत्नी ने बताई सच्चाई

Atul Subhash की मौत से मचा बवाल Atul Subhash Death: अतुल सुभाष ने अपनी जान दे दी. वजह घर में कलह. पत्नी से लेकर ससुराल को लेकर उन्होंने अपनी मौत की वजह बताई. जानिए क्या है पूरा मामला  बेंगलुरु में एक AI इंजीनियर की आत्महत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है. सिर्फ 34 साल के अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी और सास पर पैसों के लिए परेशां करने का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने करीब डेढ़ घंटे का वीडियो और 24 पेज का लेटर लिखकर कहा कि अब और कोई उपाय नहीं बचा है. अतुल का शव उनके फ्लैट से मिला. उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में X  के मालिक एलन मस्क और अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को भी टैग किया है.कमरे में Justice is Due लिखी एक तख्ती भी मिली. पुलिस ने अतुल की पत्नी और पत्नी के परिवार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है. जैसे ही ये मामला सामने आया सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ और #JusticeForAtulSubhash ट्रेंड करने लगा. इस मामले में अतुल सुभाष की पत्नी के परिवार ने मीडिया से बात करने से मना कर दिया, Atul Subhash लेकिन इतना कहा कि उन पर लगाए जा रहे सभी आरोप गलत हैं. सुभाष ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में न्यायपालिका पर ख़त्म हो चुके अपने विश्वास का भी ज़िक्र किया और कहा कि भारत में पुरुषों का लीगल जीनोसाइड हो रहा है यानी क़ानूनी नरसंहार. अतुल की मां ने बेटे को इंसाफ देने की मांग की है. Atul Subhash की अपने परिवार के साथ तस्वीर. जानिए क्या है पूरा मामला? Atul Subhash के भाई विकास सुभाष ने बताया कि अतुल की शादी 2019 में हुई थी.दोनों का दो (2 ) साल का बेटा है. उनकी पत्नी और पूरे परिवार ने उन्हें कई संगीन झूठे मामलों में फंसाया हुआ था. इससे अतुल बहुत परेशान रहने लगे थे. डिप्रेशन की वजह से ही उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली. अपने ख़िलाफ़ दायर कई मुकदमों में न्याय का इंतज़ार करते-करते बेंगलुरु के 34 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष इतना टूट गए कि ख़ुदकुशी कर ली. उनके एक मित्र अतुल सुभाष ने वैवाहिक जीवन के व्यक्तिगत तनाव के अतिरिक्त अपने ख़िलाफ़ दायर कई मुकदमों से भी परेशानी बढ़ी हुई थी, लेकिन प्रेतात्म्य करते समय उन्हें मुकदमे ही नहीं सासू माँ, लाड़लियों से जूझना ही पाया। अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु के उनके अपार्टमेंट में फंदे से लटका पाया गया. साथ ही 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने बारीकी से बताया है कि सालों से वो किस मानसिक तनाव से गुज़र रहे थे.  थोड़ा हाथ से लिखा और थोड़ा टाइप किया हुआ अतुल सुभाष का ये सुसाइड नोट बता रहा है कि बीते कुछ साल से वो किस तरह की मन:स्थिति से गुज़र रहे थे. उन्होंने विस्तार से हर उस बात का ज़िक्र किया है, जो उनका दिल तोड़ चुकी थी. उन्हें ज़िंदगी से बेज़ार कर चुकी थी. इस सुसाइड नोट में पुलिस में उनकी पत्नी और उनके रिश्तेदारों द्वारा दायर की गई नौ शिकायतों का ज़िक्र है. बताया जाता है कि पत्नी ने अतुल से 3 करोड़ रुपये का गुजारा भत्ता मांगा था.   सुसाइड नोट की कुछ खास बातें Atul Subhash अपनी पत्नी से काफी समय से अलग रह रहे थे. पत्नी ने घरेलू हिंसा, हत्या की कोशिश, अप्राकृतिक यौनाचार के केस उन पर दर्ज कराए थे. कोर्ट में चल रहे केस के चलते अतुल का डिप्रेशन लेवल बढ़ गया था. सोमवार सुबह अतुल सुभाष की लाश पंखे से लटकती हुई मिली.कोर्ट से 120 तारीखें मिलीं, 40 बार अतुल खुद बेंगलुरु से जौनपुर जा चुके थे. अतुल के माता-पिता और भाई को भी कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे थे. सुसाइड नोट में बच्चे के लिए संदेश! ATUL SUBHASH ने सुसाइड नोट में अपने बच्चे के लिए भी मैसेज लिखा है. इसमें उन्होंने लिखा, ‘जब मैंने पहली बार तुम्हें देखा तो सोचा कि मैं किसी भी दिन तुम्हारे लिए अपनी जान दे सकता हूं, लेकिन अफ़सोस तुम्हारी वजह से मैं जान दे रहा हूं.”. मैं बस कभी-कभार एक दर्द के अलावा तुम्हारे बारे में कुछ और महसूस नहीं करता. अब तुम मुझे एक ब्लैकमेल की चीज़ लगते हो, जिसके ज़रिए मुझसे ज़्यादा से ज़्यादा ऐंठा जाएगा अब इस मामले आगे क्या होने वाला है पुलिस इंस्पेक्टर के टीम आरोपियों से पूछताछ के लिए आज बेंगलुरु से जौनपुर जा रही है. मृतक अतुल की पत्नी, उसकी मां चाचा और भाई से पूछताछ होगी. अतुल का परिवार इस कानूनी लड़ाई को आगे अब कैसे ले जाने की सोच रहा है. पुलिस ने अतुल की पत्नी और पत्नी के परिवार पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है READ MORE

Read More