ऊधम सिंह नगर में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के आदेश के बाद तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले के डॉक्टरों और सभी अस्पतालों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
"ऊधम सिंह नगर में HMPV वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ाई सतर्कता"
दुनिया भर में फैल रहे श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी Human Metapneumovirus (एचएमपीवी) को लेकर ऊधम सिंह नगर में स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग की प्रभारी महानिदेशक के आदेश के बाद जिले में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिले के सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा दवाइयों, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तैनाती भी सुनिश्चित की जा रही है।
दक्षिण भारत में चिकित्सा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की प्रभारी महानिदेशक सुनीता टम्टा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश के बाद, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजेश आर्या ने जिले के सभी उप जिला अस्पतालों, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड में अभी तक किसी भी मरीज में इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि Human Metapneumovirus (HMPV) एक श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारी है, जो दुनियाभर में फैल रही है। यह बीमारी सर्दी-जुकाम और flu जैसी ही लगती है और खासतौर पर सर्दियों के मौसम में इसके लक्षण ज्यादा दिखाई देते हैं। हालांकि, उत्तराखंड में अभी तक किसी भी मरीज में इस बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है।
सर्दियों के मौसम में Seasonal flu, जैसे H1N1, H3N2, और Influenza-like Illness (ILI) के साथ Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के फैलने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसलिए सतर्कता जरूरी है।

HMPV सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों के साथ सामने आता है।
HMPV भी आम सर्दी–जुकाम की तरह ही लक्षण दिखाता है और यह आमतौर पर 3 से 5 दिनों में खुद ही ठीक हो जाता है। एहतियात के तौर पर, सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इंफ्लूएंजा या निमोनिया से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था रखें। इसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयां और पर्याप्त डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ शामिल हैं।
जिला स्तर पर डॉक्टरों की विशेष बैठक आयोजित की जाएगी।
समुदाय स्तर पर ऐसे रोगियों की गहरी निगरानी की जाएगी। इन रोगियों का विवरण आइडीएसपी के तहत इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म (IHIP) पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा। ऐसे रोगियों की जांच, इलाज और नियंत्रण के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएंगे। रैपिड रिस्पांस टीम भी इन्फ्लूएंजा या निमोनिया जैसी बीमारियों से जुड़ी किसी भी असामान्य स्थिति पर नजर रखेगी। इन बीमारियों से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि HMPV वायरस फैलने नहीं पाएगा और इसके लिए अलर्ट मोड पर पूरी तैयारी की गई है। जिले स्तर पर डॉक्टरों की एक बैठक भी आयोजित की जाएगी।