मेलबर्न में Nitish Kumar Reddy ने रचा इतिहास
Australia vs India, 4th Test: मेलबर्न में Nitish Kumar Reddy ने रचा इतिहास, ‘फ्लॉवर नहीं फायर’ बनकर वर्ल्ड क्रिकेट को चौंकाया!
मेलबर्न के ऐतिहासिक बॉक्सिंग डे टेस्ट में 21 वर्षीय Nitish Kumar Reddy ने ऐसा धमाका किया जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए Nitish Kumar Reddy ने न केवल भारत की लड़खड़ाती पारी को संभाला बल्कि 172 गेंदों पर शतक जड़ते हुए भारत को हार के मुहाने से वापसी करवाई। अपने प्रदर्शन के बाद ‘पुष्पा‘ के स्टाइल में उनका अंदाज जैसे वर्ल्ड क्रिकेट को कह रहा था – “रेड्डी फ्लॉवर नहीं, फायर है।”

भारत की नई उम्मीद
इस मैच में शतक लगाने वाले नीतीश रेड्डी मेलबर्न में सबसे युवा भारतीय बन गए हैं। उनकी यह पारी कुछ ऐसी ही, जो किसी वरदान से कम नहीं थी। खास करना यह था जब से विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे अनुभवी व्यक्ति अपने आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ रहे हैं। नई खिलाड़ी नीतीश रेड्डीऔर यशस्वी जायसवाल ने न सिर्फ यह साफ कर दिया कि कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य मजबूत हाथों में है।
रेड्डी ने बड़े कठिन वक़्त पैर बताया अपना जलवा
Nitish Kumar Reddy की मेलबर्न की पारी से पहले भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। इस सीरीज में उन्होंने पर्थ में 41 और नाबाद 38 रन, एडिलेड में दो बार 42-42 रन, और ब्रिसबेन में 16 रन बनाए। लेकिन मेलबर्न के इस शतक ने उन्हें नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। उनके साथ वाशिंगटन सुंदर ने भी अपना रोल बखूबी निभाया।

सुनील गावस्कर ने रेड्डी के बारे में क्या कहा
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भी नीतीश रेड्डी की तारीफ करते हुए कहा, “Nitish Kumar Reddy ने भारत को हार से बचाया है। उनका शॉट सिलेक्शन कमाल का है। अगर टीम इंडिया कोशिश करे तो यहां से जीत भी संभव है।”
नीतीश रेड्डीका सफर: विजय मर्चेंट ट्रॉफी से टेस्ट क्रिकेट तक
Nitish Kumar Reddy का नाम तो पहली बार वहीं 2017-18 की विजय मर्चेंट ट्रॉफी में सुर्खियों में आया। उन्होंने नागालैंड के विरुद्ध पहला तिहरा शतक जड़ा तो फिर 345 गेंदों की बल्लेबाजी में 441 रन बनाए. उस मैच में उन्होंने 1237 रनों का बनाया, जिनकी औसत 176 रही.
IPL में हैदराबाद के लिए खेलते हुए उन्होंने शानदार पारियां खेली थीं, लेकिन अब टेस्ट क्रिकेट में भी उन्होंने अपनी पहचान बना ली है। Nitish Kumar Reddy का यह शतक दिखाता है कि वह सिर्फ एक मैच का सितारा नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट का चमकता भविष्य हैं।